सिद्धार्थ से बुद्ध की आत्मा के परमात्मा का यथार्थ सत्यार्थ।। सिद्धार्थ से बुद्ध की आत्मा के परमात्मा का यथार्थ सत्यार्थ।।
सृष्टि को सृजित कर जाती, कुछ शब्दों में, कैसे तोलू, नपे- तुले शब्दों में, कैसे बोल सृष्टि को सृजित कर जाती, कुछ शब्दों में, कैसे तोलू, नपे- तुले शब्दों मे...
अपने मन के डर को सूली पर टांगे लोग भाग रहे हैं बेतहाशा। अपने मन के डर को सूली पर टांगे लोग भाग रहे हैं बेतहाशा।
फिर जागेगा, मुझे संवारेगा, अपने जीवन रक्षा हेतु, एक - एक पेड़ लगाएगा, मेरी सुंदरता, म फिर जागेगा, मुझे संवारेगा, अपने जीवन रक्षा हेतु, एक - एक पेड़ लगाएगा, मेरी...
हम हर दिल मे बस जाते हैं फूल की तरह कभी सागर सा प्यार तो कभी शूल की तरह हम हर दिल मे बस जाते हैं फूल की तरह कभी सागर सा प्यार तो कभी शूल की तरह